My Business Guide Digital Desk: Business idea : देश के कई इलाकों के किसान अब अमेरिकन ब्लूबेरी की खेती कर रहे हैं. अगर कोई किसान ₹1000 किलो के हिसाब से अमेरिकन ब्लूबेरी की बिक्री करता है तो इस खेती से शानदार कमाई हो सकती है. भारत में अमेरिकन ब्लूबेरी की यह अपनी तरह की अनोखी खेती है. महाराष्ट्र के महाबलेश्वर के पंचगनी में एक किसान ने अमेरिकन ब्लूबेरी की खेती (Blueberry Farming) शुरू कर दी है. उन्होंने कहा है कि अमेरिकन ब्लूबेरी की खेती से उनकी कमाई करोड़ों में हो रही है. दूसरे किसानों को अमेरिकन ब्लूबेरी की खेती के टिप्स देने से पहले पंचगनी के इस किसान ने खुद खेती करने का फैसला किया है.
साल 1989 में भारत में स्ट्रॉबेरी की खेती की शुरुआत करने वाले व्यक्ति अंबरीष करवत ने अब अमेरिकन ब्लूबेरी की खेती शुरू की है. महाबलेश्वर के पंचगनी में अब बड़े पैमाने पर स्ट्रॉबेरी की खेती होने लगी है. युप्पा ग्रुप के चेयरमैन अंबरीष करवत ने ब्लूबेरी की खेती शुरू की है.
अमेरिकन ब्लूबेरी के फल को सुपरफूड माना जाता है. दुनिया भर में यह काफी लोकप्रिय हुआ है और भारत में अमेरिका से ब्लूबेरी आयात किया जाता है. पिछले करीब 10 साल से करवत ब्लूबेरी की खेती का अध्ययन कर रहे हैं. करवत ने पाया कि ब्लूबेरी उगाना बहुत मुश्किल नहीं है. मुख्य रूप से उत्तरी अमेरिका में उगाई जाने वाली ब्लूबेरी अब भारत में भी उगाई जा सकती है. करीब 4 साल पहले करवत ने ब्लूबेरी की खेती शुरू की थी. पंचगनी में 3.5 एकड़ के फार्म में करवत ने कई तरह की खेती को प्रयोग के तौर पर शुरू किया है. उन्होंने एक ग्रीनहाउस बनाकर पहाड़ी पर मौजूद खेत को उपजाऊ बना दिया है.
भारत में ब्लूबेरी 42 डिग्री के तापमान में ब्लूबेरी की कई वेराइटी की खेती की जा सकती है. तीन साल से ब्लूबेरी की फसल ले रहे करवत ने देश के अन्य किसानों को भी ब्लूबेरी की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया है. ब्लूबेरी एक सुपर फूड है और एक बार प्लांट लगाने के बाद यह पौधा 10 साल तक फल देता है. पोषण से भरपूर ब्लूबेरी की खेती से किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं.
अप्रैल-मई में ब्लूबेरी के पौधे लगाए जाते हैं और अगले साल फरवरी-मार्च से फल शुरू हो जाता है. जून तक आप ब्लूबेरी से फसल ले सकते हैं, इसके बाद बारिश के समय Blueberry के पौधे की छंटाई की जाती है. ब्लूबेरी के पौधे लगाने से पहले खेत को अच्छे तरीके से तैयार किया जाता है.
ब्लूबेरी की खेती के साथ करवत ने मधुमक्खी के बॉक्स भी लगाए हैं और चार साल की ब्लूबेरी की खेती का उनका अनुभव यह बताता है कि BlueBerry के खेत में मधुमक्खी के अधिक होने से फल की गुणवत्ता बेहतर होती है, जबकि इसका आकार भी बड़ा होता है. इसके साथ ही कीड़े-मकोड़े से blueberry के फल को बचाने और कीटनाशक का खर्च घटाने के लिए एक इनसेक्ट कैचर लगाया गया है.
बारिश के सीजन में ब्लूबेरी के पौधों की छंटाई करने से सितंबर-अक्टूबर तक उसमें शाखाएं आने लगती है और फूल लगने लगता है. हर साल ब्लूबेरी के पौधे की छंटाई करने से उसमें लगने वाले फूल की संख्या बढ़ती है और फल का आकार बढ़ता है जिससे अधिक उपज लेने में मदद मिलती है.
ब्लूबेरी के एक पौधे से पहले साल 200 से 300 ग्राम तक फल मिल सकता है. बहुत से लोग ब्लूबेरी में पहली बार फल आने पर फूल आने पर उसे निकाल दिया जाता है जिससे कि अगले साल से उसमें अच्छी तरीके से फूल और फल लगते हैं.
एक एकड़ में ब्लूबेरी के 3000 प्लांट लगते है. अगर 4 साल की खेती की बात करें तो प्रति पौधा 2 किलो तक ब्लूबेरी का फल लिया जा सकता है. 6000 किलो ब्लू बेरी के लिए 1000 रुपए प्रति किलो का भाव मिल सकता है. इस हिसाब से आप साल में 60 लाख की कमाई कर सकते हैं. ब्लूबेरी के एक पौधे से पांचवें साल से प्रति पौधा पांच किलो फल लिया जा सकता है. बाहर से पौधा लाने पर यह 800 रुपए प्रति पौधे के हिसाब से खरीदा जा सकता है.